शायद खीरे का हश्र देख कर ही कभी अपने मुख से कड़वे बोल नहीं निकाले। वो अंत तक गजबराम जी शायद खीरे का हश्र देख कर ही कभी अपने मुख से कड़वे बोल नहीं निकाले। वो अंत तक गजब...
विक्रम बोला और बेताल फ़ुर्र से पेड़ पर जा बैठा...! विक्रम बोला और बेताल फ़ुर्र से पेड़ पर जा बैठा...!
बुझती हुई लालटेन की रोशनी उसे काफी उजाला दिखा चुकी थी। बुझती हुई लालटेन की रोशनी उसे काफी उजाला दिखा चुकी थी।
अम्मा की हरकतें बार बार राधा को ये सोचने पर मजबूर कर रही थी कि शायद अम्मा की दिमागी हाल अम्मा की हरकतें बार बार राधा को ये सोचने पर मजबूर कर रही थी कि शायद अम्मा की दिम...
“लॉकडाउन में मेरी भी नौकरी चली गई है पिताजी! “लॉकडाउन में मेरी भी नौकरी चली गई है पिताजी!
लड़की की माँ ने कुछ सोचते हुए शादी के लिए हाँ कर दिया। लड़की की माँ ने कुछ सोचते हुए शादी के लिए हाँ कर दिया।